जो संघर्ष करता रहे, चुनौतियों से जूझते हुए आगे बढ़े और सफलता हासिल करे।

विघ्नेश पुथुर की कहानी इसी शब्द को परिभाषित करती है। उनके पिता एक रिक्शा चालक हैं, जो सीमित संसाधनों के बावजूद अपने बेटे के क्रिकेट के सपने को पूरा करने में लगे रहे। विघ्नेश ने लोकल मैचों में अपनी कड़ी मेहनत और हुनर का परिचय दिया, जिससे मुंबई इंडियंस की नजर उन पर पड़ी। अपने पहले ही IPL मैच में उन्होंने अपनी कलाई के जादू से सबको प्रभावित किया।

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की नजरों में जगह बना ली। उनके स्पिन कौशल और कलाई के जादू ने मुंबई इंडियंस की स्काउटिंग टीम को प्रभावित किया। इसके बाद उन्हें IPL में मौका मिला, जहां उन्होंने अपने डेब्यू मुकाबले में शानदार प्रदर्शन कर सबका ध्यान खींचा।

विघ्नेश पुथुर की यह कहानी इस बात का उदाहरण है कि कड़ी मेहनत और प्रतिभा का सही मंच मिलने पर किसी का भी सपना साकार हो सकता है। 💪🔥

चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के एक मुकाबले में मुंबई इंडियंस (MI) को 4 विकेट से हराया। मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 8 विकेट पर 162 रन बनाए। जवाब में, चेन्नई सुपर किंग्स ने 19.4 ओवरों में 6 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।

मुंबई इंडियंस के लिए यह मैच खास था क्योंकि टीम के उभरते हुए स्पिन गेंदबाज विघ्नेश पुथुर ने अपना आईपीएल डेब्यू किया। पुथुर ने 4 ओवरों में 28 रन देकर 2 महत्वपूर्ण विकेट लिए, जिसमें चेन्नई के सलामी बल्लेबाज और एक मध्यक्रम के बल्लेबाज शामिल थे। उनकी कलाई की स्पिन और सटीक लाइन-लेंथ ने बल्लेबाजों को काफी परेशान किया।

हालांकि, मुंबई इंडियंस के अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस मैच में नहीं खेले, क्योंकि वे पीठ की चोट से उबर रहे हैं। उनकी अनुपस्थिति में, टीम का गेंदबाजी आक्रमण अपेक्षाकृत कमजोर दिखा, जिसका फायदा चेन्नई सुपर किंग्स ने उठाया। ​

मुंबई इंडियंस की बल्लेबाजी में सूर्यकुमार यादव ने 45 गेंदों में 58 रनों की पारी खेली, जबकि कप्तान हार्दिक पांड्या ने 30 रन बनाए। चेन्नई सुपर किंग्स के लिए ऋतुराज गायकवाड़ ने 51 रन बनाए और मोईन अली ने 36 रनों का योगदान दिया।

इस हार के बाद मुंबई इंडियंस को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा, विशेषकर गेंदबाजी विभाग में, ताकि आगामी मैचों में बेहतर प्रदर्शन किया जा सके।

​मलप्पुरम, केरल के चाइनामैन गेंदबाज विघ्नेश पुथुर की कहानी संघर्ष और सफलता की मिसाल है।

अपने पहले आईपीएल मुकाबले में उन्होंने अपनी कलाई की जादूगरी से खेल को आखिरी ओवर तक रोमांचक बना दिया। उनकी इस प्रतिभा ने क्रिकेट जगत का ध्यान आकर्षित किया है।

चाइनामैन गेंदबाजी, जिसमें गेंदबाज बाएं हाथ से कलाई की स्पिन का उपयोग करते हुए गेंद को दाएं से बाएं घुमाते हैं, क्रिकेट में दुर्लभ मानी जाती है। भारत में इस कला के प्रमुख उदाहरण कुलदीप यादव हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी है। ​

विघ्नेश पुथुर की इस सफलता से यह स्पष्ट होता है कि प्रतिभा और मेहनत के बल पर सीमित संसाधनों के बावजूद ऊंचाइयों तक पहुंचा जा सकता है। उनकी कहानी युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा स्रोत है।