आधार कार्ड अपडेट करवाना अब होगा बच्चों का खेल! सरकार ला रही है नया सिस्टम
अरे वाह एक बड़ी अच्छी खबर है। अब आधार कार्ड में पता या दूसरी जानकारी बदलवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। नवंबर से एक ऐसा नया सिस्टम शुरू होने वाला है, जिससे आपका आधार कार्ड अपने आप अपडेट हो जाया करेगा।
सोचिए, आपने अपने ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट या पैन कार्ड में कोई जानकारी, मान लीजिए अपना पता बदलवाया। बस, आपका काम हो गया जैसे ही वहां आपका पता बदलेगा, वो खुद-ब-खुद आपके आधार कार्ड में भी अपडेट हो जाएगा। आपको अलग से कुछ करने की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी।
इसके लिए सरकार आपके दूसरे डॉक्युमेंट्स जैसे –
- जन्म का सर्टिफिकेट
- 10वीं का सर्टिफिकेट
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पासपोर्ट
- पैन कार्ड
- राशन कार्ड (PDS)
- मनरेगा कार्ड
3/ With the new Aadhaar app, users no longer need to get their Aadhaar scanned or photocopied.
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) April 8, 2025
❌ No more scanned & printed copies pic.twitter.com/kAaP3vp3cQ
इन सबमें दी गई जानकारी का इस्तेमाल करेगी।
इसका सबसे बड़ा फायदा क्या है?
दो बड़े फायदे हैं। पहला, अब काम बहुत आसान हो जाएगा। ज्यादातर बदलाव आप घर बैठे ही कर पाएंगे, जिससे आपका समय और पैसा दोनों बचेगा। दूसरा, जो लोग नकली कागज़ात लगाकर आधार कार्ड बनवा लेते थे, अब वो ऐसा नहीं कर पाएंगे। क्योंकि सारी जानकारी सीधे सरकारी रिकॉर्ड से ली जाएगी, तो धोखाधड़ी की कोई गुंजाइश ही नहीं रहेगी।
तो बस, नवंबर से तैयार हो जाइए, क्योंकि आधार को अपडेट रखने की टेंशन अब खत्म होने वाली है!
नवंबर से बदलेगा आधार अपडेशन का नियम, अब खुद-ब-खुद अपडेट होगी जानकारी
नई दिल्ली: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) नवंबर तक आधार कार्ड में जानकारी अपडेट करने के लिए एक नई और सुगम प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। इस नई व्यवस्था के तहत, नागरिकों का पता और अन्य विवरण उनके अन्य दस्तावेजों के आधार पर स्वतः अपडेट हो जाएंगे। इस प्रक्रिया में जन्म प्रमाण पत्र, मैट्रिक सर्टिफिकेट, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पैन कार्ड, सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) और मनरेगा (MNREGA) डेटा का उपयोग किया जाएगा।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य आधार बनवाने की प्रक्रिया को सरल बनाना और नकली दस्तावेजों के इस्तेमाल पर रोक लगाना है। नई प्रणाली के लागू होने के बाद, नागरिकों को अपने आधार विवरण को अपडेट करने के लिए बार-बार आधार सेवा केंद्रों पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। अधिकांश अपडेट घर बैठे ही किए जा सकेंगे, जिससे समय और संसाधनों की बचत होगी।
नई व्यवस्था के तहत, जब कोई नागरिक इन चुनिंदा दस्तावेजों में से किसी में भी अपनी जानकारी, जैसे कि पता, अपडेट करवाएगा, तो वह जानकारी स्वतः ही आधार डेटाबेस में भी अपडेट के लिए भेज दी जाएगी। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति अपने ड्राइविंग लाइसेंस में पता बदलवाता है, तो वही पता उसके आधार कार्ड में भी अपडेट हो जाएगा। हालांकि, बायोमेट्रिक जानकारी जैसे कि फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन के लिए नागरिकों को पहले की तरह ही आधार सेवा केंद्र पर जाना होगा।
धोखाधड़ी पर लगेगी लगाम
अधिकारियों का मानना है कि इस नई प्रक्रिया से नकली दस्तावेजों के आधार पर आधार कार्ड बनवाने की संभावना काफी कम हो जाएगी। चूंकि यह प्रणाली सीधे विभिन्न सरकारी डेटाबेस से जानकारी प्राप्त करेगी, इसलिए दस्तावेजों की प्रामाणिकता की जांच अधिक प्रभावी ढंग से हो सकेगी।
यह कदम डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है, जिससे नागरिकों के लिए सरकारी सेवाओं का लाभ उठाना और भी आसान हो जाएगा। उम्मीद है कि नवंबर तक इस नई सुविधा के शुरू होने से करोड़ों आधार धारकों को बड़ी राहत मिलेगी।