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गुरु पूर्णिमा 2025 कब है और क्यू मनाई जाती है

On: July 10, 2025 8:30 AM
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Guru Purnima 2025 kab hai aur kyu manai jati hai
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Guru Purnima 2025 kab hai aur kyu manai jati hai गुरु पूर्णिमा 2025 कब है और क्यों मनाई जाती है?

गुरु पूर्णिमा‘ हिंदू धर्म का एक बहुत ही खास त्योहार है। यह हर साल आषाढ़ महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस बार, 10 जुलाई 2025 को गुरु पूर्णिमा का यह पावन पर्व होगा।

शास्त्रों के अनुसार, इसी दिन महाभारत लिखने वाले महान ऋषि वेद व्यास जी का जन्म हुआ था। इसलिए, गुरु पूर्णिमा का दिन गुरुओं को समर्पित है।

Guru Purnima 2025 kab hai aur kyu manai jati hai: इस दिन का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि गुरु ही हमारे जीवन की गाड़ी को सही रास्ते पर चलाते हैं। वे हमें अच्छे और बुरे में फर्क करना सिखाते हैं, मुश्किल समय में हिम्मत देते हैं, और अपने अनुभव से हमें जीवन को सही ढंग से जीना सिखाते हैं।

आज के समय में भी गुरु का महत्व उतना ही है जितना पहले हुआ करता था। बस तरीका बदल गया है। आजकल लोग अपने गुरु को सम्मान देने के लिए व्हाट्सएप स्टेटस, इंस्टाग्राम रील्स, फेसबुक पोस्ट और यूट्यूब शॉर्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। यह नया तरीका है, लेकिन भावना वही पुरानी है – दिल से जुड़ाव, आदर और धन्यवाद।

Guru Purnima 2025 Aaj Ki Taza

Guru Purnima 2025 kab hai aur kyu manai jati hai:गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं। इसी दिन महर्षि वेदव्यास जी का जन्म हुआ था, जिन्होंने महाभारत और 18 पुराणों जैसे महान ग्रंथों की रचना की। इसलिए, यह दिन गुरु की पूजा और उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करने के लिए सबसे पवित्र माना जाता है।

इस दिन आप भी अपने जीवन में उन सभी लोगों को धन्यवाद जरूर दें जिन्होंने आपको कुछ भी नया सिखाया है। चाहे वे आपके स्कूल के टीचर हों, आपके माता-पिता हों, आपके बड़े भाई-बहन हों या फिर कोई ऐसा दोस्त जिसने मुश्किल समय में आपका साथ दिया हो।

Guru Purnima 2025 kab hai aur kyu manai jati hai:गुरु पूर्णिमा का दिन हमें याद दिलाता है कि जीवन में गुरु का स्थान भगवान से भी ऊंचा होता है। गुरु ही हमें अज्ञान के अंधेरे से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं। वे जीवन की मुश्किलों को दूर करके हमें सही रास्ता दिखाते हैं। गुरु ही हमें अच्छे रास्ते पर चलने की प्रेरणा देते हैं। जो लोग अपने गुरु के बताए रास्ते पर नहीं चलते, वे अक्सर जीवन में भटकते ही रह जाते हैं।

क्यों मनाई जाती है Guru Purnima 2025 kab hai aur kyu manai jati hai?

गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसी दिन महर्षि वेदव्यास जी का जन्म हुआ था। उन्होंने ही वेदों को अलग-अलग भागों में बांटा, 18 पुराणों और महाभारत की रचना की। इसलिए उन्हें पहला गुरु यानी आदिगुरु माना जाता है। उनके सम्मान में ही गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है।

Guru Purnima 2025 kab hai aur kyu manai jati hai:हिंदू धर्म में यह दिन साधु-संतों और योग करने वालों के लिए बहुत खास होता है। इसी दिन से चातुर्मास शुरू होता है – यह चार महीने का समय आध्यात्मिक साधना के लिए होता है, जिसमें तपस्या, व्रत और ध्यान किया जाता है। पुराने समय में गुरुकुल की परंपरा में शिष्य इस दिन अपने गुरु के पास जाकर श्रद्धा और प्यार से गुरु दक्षिणा देते थे और उनका आशीर्वाद लेते थे। आज भी विद्यार्थी अपने शिक्षकों को सम्मान देकर इस परंपरा को निभाते हैं।

गुरु सिर्फ आध्यात्मिक ज्ञान ही नहीं देते, बल्कि वे हमें सामाजिक, नैतिक और मानसिक रूप से भी आगे बढ़ने में मदद करते हैं। वे जीवन की मुश्किलों में सही राह दिखाते हैं और हमारे कर्मों को सही रखते हैं।

Guru Purnima 2025 पर क्या करें?

  • अपने गुरु या शिक्षक का आशीर्वाद लें।
  • आध्यात्मिक किताबों को पढ़ें।
  • ध्यान और जप करें, खासकर गुरु मंत्र या गायत्री मंत्र का जाप करें।
  • गरीबों को दान दें।
  • अगर हो सके तो अपने गुरु को कुछ भेंट दें या उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करें।

यदि किसी को गुरु नहीं बनाया है तो क्या करें (Guru Purnima 2025)?

Guru Purnima 2025 kab hai aur kyu manai jati hai:बहुत से लोग यह पूछते हैं कि अगर उन्होंने किसी को अपना गुरु नहीं बनाया है या किसी से गुरु दीक्षा नहीं ली है तो वे किसकी पूजा करें। सिर्फ किसी से दीक्षा लेना ही गुरु बनाना नहीं होता। हमारे जीवन में कई गुरु हो सकते हैं। पहली गुरु हमारी माँ होती है, फिर पिता, फिर जिस स्कूल में हमने पढ़ाई की, वह भी हमारे गुरु हैं। आप इनमें से किसी की भी पूजा कर सकते हैं। और अगर इनमें से कोई न हो तो भगवान शिव को अपना गुरु मानकर उनकी पूजा करनी चाहिए या फिर आपके जो भी इष्ट देव हों, जिनकी आप हमेशा पूजा करते हैं और जिनमें आपकी श्रद्धा हो, उनका पूजन करें।

इंद्र और वैधृति योग रहेगा

पंचांग के अनुसार, 10 जुलाई को भद्रा का समय सुबह 5:31 से दोपहर 1:55 तक रहेगा। इस दिन सुबह 5:31 से 7:15 तक चौघड़िया का शुभ मुहूर्त रहेगा। यह समय स्नान, दान और पूजा करने के लिए बहुत अच्छा है। इसके अलावा, इस दिन इंद्र योग और वैधृति योग का भी शुभ संयोग बन रहा है।

Guru Purnima 2025 kab hai aur kyu manai jati hai“गुरु पूर्णिमा पर स्नान और दान का सबसे अच्छा समय (ब्रह्म मुहूर्त) सुबह 04:10 से सुबह 04:50 बजे तक रहेगा। इसके बाद सुबह 11:59 बजे से दोपहर 12:54 बजे तक अभिजीत मुहूर्त और दोपहर 02:45 बजे से दोपहर 03:40 बजे तक विजय मुहूर्त रहेगा। यह समय दान-पुण्य करने के लिए उत्तम है।

गुरु पूर्णिमा पर ऐसे करें पूजा

Guru Purnima 2025 kab hai aur kyu manai jati hai:किसी पवित्र नदी में स्नान करें। अगर यह संभव न हो तो घर पर ही बाल्टी में थोड़ा गंगाजल डालकर पानी भर लें और उससे स्नान करें। ऐसा करने से भी गंगा स्नान के जैसा फल मिलता है। इसके बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें और उनका जलाभिषेक करें।

Subhash Panwar

मैं सुभाष पंवार हूँ और पिछले पाँच वर्षों से समाचार-आधारित सामग्री लेखन में पेशेवर रूप से सक्रिय हूँ। मेरा मुख्य उद्देश्य पाठकों को सरल भाषा में सरल, विश्वसनीय और ज्ञानवर्धक जानकारी प्रदान करना है।

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