SBI Youth India Program: अगर आप पढ़े-लिखे हैं और समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं, तो खासकर गांवों में, तो आपके लिए एक बहुत ही एक शानदार मौका आप के पास है। भारतीय स्टेट बैक ऑफ इंडिया (SBI) ने 2026 के लिए Youth for India Program शुरू किया है, जो युवाओं को ग्रामीण विकास में कार्य करने के बदले हर महीने आर्थिक सहायता भी दी जायेगी। यह सिर्फ एक नौकरी नहीं है; यह एक समाज सेवा के साथ-साथ भारतीय स्टेट बैक ऑफ इंडिया मे करियर बनाने का एक सुनहरा अवसर है।
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क्या है Sbi youth india program in hindi?
SBI का कार्यक्रम एक फेलोशिप कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य देश के ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाना है। यह कार्यक्रम युवाओं को गांवों में जाकर शिक्षा, स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण और भूमि सुधार जैसे क्षेत्रों में काम करने का अवसर प्रदान करेगा और इसमे चयनित प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा और फिर 13 माह तक गांवों में काम करना होगा है।
SBI Foundation Youth for India Fellowship
— opportunitydesk.org (@OpportunityDesk) April 11, 2025
The program offers a structured opportunity for educated urban graduates and young professionals to collaborate with rural communities & reputed Partner NGOs across India to drive meaningful change in society.https://t.co/mW5zcTMyax pic.twitter.com/3K78x0Y3rx
कौन कर सकता है आवेदन?
इस फेलोशिप कार्यक्रम में आवेदन करने के लिए कुछ जरूरी योग्यताएं हैं:

- उम्मीदवार के पास स्नातक स्तर की डिग्री होनी जरूरी, जो कि 1 अक्टूबर 2025 से पहले पूरी हो चुकी हो।
- नागरिकता भारत, नेपाल, भूटान या भारत के ओवरसीज सिटीजन होना जरूरी है।
- आवेदक की उम्र 21 से 32 साल के बीच होनी चाहिए (जन्म 5 अगस्त 1993 से 6 अक्टूबर 2004 के बीच)।
- ग्रामीण क्षेत्र में 13 महीने लगातार रहने और काम करने की मानसिकता होनी चाहिए।
फेलोशिप के दौरान क्या काम करना होता है?
इस योजना में चयनित युवाओं को गांव में रहकर समाज के हित में विभिन्न गतिविधियाँ करनी होगी हैं
In his authored piece for World Environment Day, Mr. Gyan Prakash , Program Head – SBI Youth for India, highlights how young changemakers are transforming rural India through sustainable innovations — from eco-friendly farming to community-led waste management and renewable… pic.twitter.com/65mcSYyh2N
— SBI Youth for India (@sbi_yfi) June 5, 2025
- बच्चों की शिक्षा में सहायता करना और स्कूल में नामांकन को प्रोत्साहित करना।
- ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद करने के लिए उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करना।
- किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों और प्रौद्योगिकियों के बारे में शिक्षित करना।
- लोगों को यूपीआई और ऑनलाइन बैंकिंग जैसी डिजिटल सेवाओं का उपयोग करना सिखाना।
- सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाना और लोगों को उनका लाभ उठाने में मदद करना।
कितनी मानदेय मिलेगा?
यह एक कार्यक्रम ये स्थाई नौकरी नहीं है, लेकिन फिर भी आपको इसमें मानदेय दिया जायेगा ताकि आप निश्चिंत होकर समाज सेवा कर सकें

- फेलोशिप सहायता के रूप में ₹16,000 प्रति माह।
- यात्रा भता के लिए खर्च ₹2,000 प्रति माह।
- परियोजना से संबंधित गतिविधियों के लिए ₹1,000 प्रति माह अलग से।
कुल ₹19,000 प्रति माह की मानदेय दिया जायेगा
Sbi youth india program in hindi आवेदन प्रक्रिया?
- सबसे पहले SBI Youth for India की वेबसाइट पर जाएं।
- “APPLY” बटन पर क्लिक करें।
- पंजीकरण और ऑनलाइन मूल्यांकन: उम्मीदवारों को ऑनलाइन आवेदन पत्र जमा करना चाहिए, जिसमें व्यक्तिगत विवरण, शैक्षिक योग्यता, कार्य अनुभव और व्यक्तिगत जीवन के अनुभवों से संबंधित प्रश्न शामिल हैं।
- शॉर्टलिस्टिंग: शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को कार्यक्रम के लिए उनकी उपयुक्तता का आकलन करने के लिए व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया जाता है।
- चयन: अंतिम चयन ऑनलाइन मूल्यांकन, व्यक्तिगत साक्षात्कार और कार्यक्रम के लिए उनकी समग्र उपयुक्तता में उम्मीदवार के प्रदर्शन पर आधारित होता है।
- स्वीकृति और शामिल होना: चयनित उम्मीदवारों को एक प्रस्ताव पत्र प्राप्त होता है, और उन्हें निर्धारित समय के भीतर प्रस्ताव की अपनी स्वीकृति की पुष्टि करनी होती है। प्रस्ताव स्वीकार करने के बाद, वे एक अभिविन्यास कार्यक्रम में भाग लेते हैं और फैलोशिप में शामिल होते हैं।
परिणाम
Sbi youth india program in hindi यह परियोजना समाज पर क्या प्रभाव डालेगी?
इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के लिए अधिक न्यायसंगत और सतत विकास मॉडल को बढ़ावा देना है। युवा लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने के लिए प्रोत्साहित करके, हम ग्रामीण-शहरी विभाजन को कम करने और देश के लिए अधिक समावेशी विकास पथ को बढ़ावा देने की उम्मीद करते हैं। इससे अधिक संतुलित और लचीले समुदायों का निर्माण हो सकता है, जो सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित हैं।